अंमृतसर, 27 नवंबर, 2019:
जिला प्रसाशन की तरफ से साल 2008 में लावारिस बच्चों की जान बचाने के लिए रेड क्रास की सहायता के साथ शुरू की गई पालना स्कीम अब तक 172 बच्चों की जान बचाने में कामयाब हुई है। 20 नवंबर को करीब रात 11:30 बजे एक अनजान व्यक्ति एक नये जन्म ले लड़के को पालनो में छोड़ गया। इनें बच्चों का मैडीकल पार्वती देवी हस्पताल से करवाया गया था और इस समय पर यह बच्चा बिल्कुल तंदरुस्त है।
श्रीमती अनमजोत कौर सहायक कमिशनर जनरल की तरफ से इस बच्चे को पालनो में प्र्रापत किया गया और लापा स्कीम अधीन स्वामी गंगा नंद भूरी वाले फाउंडेशन धाम भेजने की प्रक्रिया पूरी की। उन•ों ने बताया कि रैड्ड क्रास सोसायटी की सहायता के साथ शुरू इस निवेकली पहल की तारीफ़ करते कहा कि यह 172 मासूम जीवित को बचाने वाला पालना जहाँ मुबारकवाद का हकदार है, वहां पालनो में अब तक आए बच्चों में से बड़ी संख्या लड़कियों की ही मिलना समाज के लिए एक गंभीरता का मसला है।
बताने योग्य है कि पालनो में आए बच्चो की जानकारी पालने नीचे लगी घंटी से रेड क्रास कर्मचारियों को मिल जाती है और वह तरुंत बच्चे को नज़दीक स्थित पार्वती देवी हस्पताल से मैडीकल सहायता दिला देते हैं। बताने योग्य है कि पालनो में आए बच्चों की मैडीकल जांच पार्वती देवी हस्पताल में करवाई जाती है और हस्पताल की तरफ से कोई भी फिस नहीं के लिए जाती और बच्चों का सारा इलाज मुफ़्त में किया जाता है। इस बाद में सुरक्षित पालन पोषण और अच्छे भविष्य की आशा में सरकार की तरफ से घोषित की संस्थायों लीगल अडापशन एड प्लेसमेंट एजेंसी में बच्चो की परवरिश करके तबदील कर दिया जाता है, जहाँ से जरूरतमंद परिवार बच्चे को गोद ले लेते हैं। अब तक पालना स्कीम के अंतर्गत इनें बच्चों के आने साथ बच्चों की संख्या 172 हो गई है, जीनों में 145 लड़कियाँ और 27 लड़के शामिल हैं। उन•ें कहा कि यदि कोई व्यक्ति बच्चा गोद लेना चाहता हो तो वह आन लाईन वैबसाईट www.care.nic.in के द्वारा अपनी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इस मौके कार्यकारी सचिव रेड क्रास श्री रणधीर सिंह और शिशुपाल भी उपस्थित थे।
Like this:
Like Loading...
Related
रैड्ड क्रास के पालनो ने बचायी 172 बच्चों की जान
अंमृतसर, 27 नवंबर, 2019:
जिला प्रसाशन की तरफ से साल 2008 में लावारिस बच्चों की जान बचाने के लिए रेड क्रास की सहायता के साथ शुरू की गई पालना स्कीम अब तक 172 बच्चों की जान बचाने में कामयाब हुई है। 20 नवंबर को करीब रात 11:30 बजे एक अनजान व्यक्ति एक नये जन्म ले लड़के को पालनो में छोड़ गया। इनें बच्चों का मैडीकल पार्वती देवी हस्पताल से करवाया गया था और इस समय पर यह बच्चा बिल्कुल तंदरुस्त है।
श्रीमती अनमजोत कौर सहायक कमिशनर जनरल की तरफ से इस बच्चे को पालनो में प्र्रापत किया गया और लापा स्कीम अधीन स्वामी गंगा नंद भूरी वाले फाउंडेशन धाम भेजने की प्रक्रिया पूरी की। उन•ों ने बताया कि रैड्ड क्रास सोसायटी की सहायता के साथ शुरू इस निवेकली पहल की तारीफ़ करते कहा कि यह 172 मासूम जीवित को बचाने वाला पालना जहाँ मुबारकवाद का हकदार है, वहां पालनो में अब तक आए बच्चों में से बड़ी संख्या लड़कियों की ही मिलना समाज के लिए एक गंभीरता का मसला है।
बताने योग्य है कि पालनो में आए बच्चो की जानकारी पालने नीचे लगी घंटी से रेड क्रास कर्मचारियों को मिल जाती है और वह तरुंत बच्चे को नज़दीक स्थित पार्वती देवी हस्पताल से मैडीकल सहायता दिला देते हैं। बताने योग्य है कि पालनो में आए बच्चों की मैडीकल जांच पार्वती देवी हस्पताल में करवाई जाती है और हस्पताल की तरफ से कोई भी फिस नहीं के लिए जाती और बच्चों का सारा इलाज मुफ़्त में किया जाता है। इस बाद में सुरक्षित पालन पोषण और अच्छे भविष्य की आशा में सरकार की तरफ से घोषित की संस्थायों लीगल अडापशन एड प्लेसमेंट एजेंसी में बच्चो की परवरिश करके तबदील कर दिया जाता है, जहाँ से जरूरतमंद परिवार बच्चे को गोद ले लेते हैं। अब तक पालना स्कीम के अंतर्गत इनें बच्चों के आने साथ बच्चों की संख्या 172 हो गई है, जीनों में 145 लड़कियाँ और 27 लड़के शामिल हैं। उन•ें कहा कि यदि कोई व्यक्ति बच्चा गोद लेना चाहता हो तो वह आन लाईन वैबसाईट www.care.nic.in के द्वारा अपनी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इस मौके कार्यकारी सचिव रेड क्रास श्री रणधीर सिंह और शिशुपाल भी उपस्थित थे।
Share this:
Like this:
Related